जब जिंदगी ही एक खेल हो गया !! फिर किसी की प्रतिष्ठा का क्या ? जब जिंदगी ही एक खेल हो गया !! फिर किसी की प्रतिष्ठा का क्या ?
है बन गयी स्वच्छंदता ये #स्वतंत्रता। है बन गयी स्वच्छंदता ये #स्वतंत्रता।