मेहमां – नवाज़ी का शौक भारी पड़ गया अब न जाऊं मैं कहीं, बोलता है कोरोना। मेहमां – नवाज़ी का शौक भारी पड़ गया अब न जाऊं मैं कहीं, बोलता है कोरोना।