तन्हा मुझे तू यकीनन ,तीज व त्योहार की है मुझे एहसास तेरा, क्या वजह दीदार की. तन्हा मुझे तू यकीनन ,तीज व त्योहार की है मुझे एहसास तेरा, क्या वजह दीदार की.