प्रेम की संपूर्णता के लिये दो सिरों को आपस में बांधना है। प्रेम की संपूर्णता के लिये दो सिरों को आपस में बांधना है।
मां हो गई थी मैं और सामने थी सृष्टि कि श्रेष्ठ संरचना हमारी मां हो गई थी मैं और सामने थी सृष्टि कि श्रेष्ठ संरचना हमारी