इस माया के जंजाल से निज़ात पाकर मृगतृष्णा से। इस माया के जंजाल से निज़ात पाकर मृगतृष्णा से।
कोई तो आकर मेरे दिल में झाँक, कायम रख पाता मेरा अस्तित्व कोई तो आकर मेरे दिल में झाँक, कायम रख पाता मेरा अस्तित्व