रहगुज़र पर खुशियाँ राह तके चुनौतियां देना ही फ़ितरत तेरी कितनी वाजिब है। रहगुज़र पर खुशियाँ राह तके चुनौतियां देना ही फ़ितरत तेरी कितनी वाजिब है।