'अब नहीं आता मुझे, जीना महज़ लाचारगी में,हां भले हो जाऊ मैं, मरकर फ़ना आवारगी में।' नारी अबला नहीं पर ... 'अब नहीं आता मुझे, जीना महज़ लाचारगी में,हां भले हो जाऊ मैं, मरकर फ़ना आवारगी में।...