रोज नित्य होत योग, पूर्ण दूर होत रोग, कर्म भार होत भोग, नित्य पूर्ण ज्ञान लो रोज नित्य होत योग, पूर्ण दूर होत रोग, कर्म भार होत भोग, नित्य पूर्ण ज्...