एक कविता--- गदराए पलाश,संवेदनाओं का ताप कोयल आलाप,लहराते आम्रपल्लव फागणी बयार में इतराती है एक कविता--- गदराए पलाश,संवेदनाओं का ताप कोयल आलाप,लहराते आम्रपल्लव फागणी बयार...