एक हाथ का ही फासला कि ख्वाब में ही छू ले... क्यों लगे कोसों की दूरी, ये मजबूरियां ही बताएंगी एक हाथ का ही फासला कि ख्वाब में ही छू ले... क्यों लगे कोसों की दूरी, ये मजबूरिया...