क्यों सोने को मजबूर हूँ। देखो...! मैं एक मजदूर हूँ..। क्यों सोने को मजबूर हूँ। देखो...! मैं एक मजदूर हूँ..।
पूरी जिंदगी सिसकने को तड़पने को और आंसू बहाने को। पूरी जिंदगी सिसकने को तड़पने को और आंसू बहाने को।