बूंदे नाच रही छम छम पुरवाई ने तान सुनाई। मन के मंजीरे बजने लगे, ठंडी बौछारों ने विरहा की आग... बूंदे नाच रही छम छम पुरवाई ने तान सुनाई। मन के मंजीरे बजने लगे, ठंडी बौ...