कौन हिलाये जड़ें झूठ की, कौन करे तकरार...। लोकतंत्र का चौथा खम्भा, हुआ बहुत लाचार...।। कौन हिलाये जड़ें झूठ की, कौन करे तकरार...। लोकतंत्र का चौथा खम्भा, हुआ बहुत ला...