तू सोएगी भूखी नहीं, खाएगी रोटी तू सूखी नहीं, बस, अपनी तक़दीर से मोहलत थोड़ी दिला दे न! तू सोएगी भूखी नहीं, खाएगी रोटी तू सूखी नहीं, बस, अपनी तक़दीर से मोहलत थोड़ी दिल...