वो हरे भरे जंगल और वादियाँ, मिलके करते गुड़ियों की शादियाँ वो बरगद की छाँव वो नीम की दातून, नमक रो... वो हरे भरे जंगल और वादियाँ, मिलके करते गुड़ियों की शादियाँ वो बरगद की छाँव वो ...
मन खुश हो तब बोझ से भरी बैलगाड़ी भी पथ में चलती हुई गीत सी जति हुई प्रतीत होती हैं मन खुश हो तब बोझ से भरी बैलगाड़ी भी पथ में चलती हुई गीत सी जति हुई प्रतीत होती ह...