इतना दर्द लेके कहाँ जाओगे की कह दो अपने अरमानो से ज्यादा न बहको इतना दर्द लेके कहाँ जाओगे की कह दो अपने अरमानो से ज्यादा न बहको
तीतरपंखी बादली,विधवा काजल रेख वा बरसे वा घर करे,इनमें मीन न मेख। तीतरपंखी बादली,विधवा काजल रेख वा बरसे वा घर करे,इनमें मीन न मेख।