कपिल जी कहें कि हे माता जी आत्मा निर्गुण, निर्विकार है ! कपिल जी कहें कि हे माता जी आत्मा निर्गुण, निर्विकार है !
बंधनों से वो मुक्त हो गए प्रभु का परमपद पा लिया। बंधनों से वो मुक्त हो गए प्रभु का परमपद पा लिया।