'प्रत्येक अंग पर प्रहार झेल रहा था, क्यूंकि वो अचल पेड़ था, और मैं चुप चाप खड़ा देख रहा था, क्यूंकि मै... 'प्रत्येक अंग पर प्रहार झेल रहा था, क्यूंकि वो अचल पेड़ था, और मैं चुप चाप खड़ा दे...