कहाँ निकली है.. जाने नींद कहाँ निकली है रात करवटों में निकली है ! कहाँ निकली है.. जाने नींद कहाँ निकली है रात करवटों में निकली है !
कल मुलाकात तुझी से न मगर हो ये फ़िर साथ रह आज मगर तू रात भर होने तक कल मुलाकात तुझी से न मगर हो ये फ़िर साथ रह आज मगर तू रात भर होने तक
सजग सबल सामर्थ्यवान बन वो आधुनिक नारी है। सजग सबल सामर्थ्यवान बन वो आधुनिक नारी है।