भारत माता बिलख रही थी कोई ना सुन पाता था। कितनी चूड़ी बिंदी छूटी सहम के आंचल रोया था भारत माता बिलख रही थी कोई ना सुन पाता था। कितनी चूड़ी बिंदी छूटी सहम के आंचल ...