अब उम्र किरायेदारी वाली हम तो रहे बिताय। अब उम्र किरायेदारी वाली हम तो रहे बिताय।
डरा सहमा झुका सा हर पल कैसे सिकंदर बना कुछ पता ना चला। डरा सहमा झुका सा हर पल कैसे सिकंदर बना कुछ पता ना चला।