पन्द्रह अगस्त की रात को ,वो हाथ में झंडा लिए थी राजपथ पर घूमती, आँखों में थी बस याचना, और घाव छाती प... पन्द्रह अगस्त की रात को ,वो हाथ में झंडा लिए थी राजपथ पर घूमती, आँखों में थी बस ...