फिर हम-तुम ख़ूब उड़ाएंगे गुलाल जब होगा, भीतर से सत्य-सिंहनाद। फिर हम-तुम ख़ूब उड़ाएंगे गुलाल जब होगा, भीतर से सत्य-सिंहनाद।
राष्ट्रीय त्योहार देश और समाज के प्रति हमारे कर्तव्यों का स्मरण कराते हैं। इनके महत्व को आज की पीढ़ी... राष्ट्रीय त्योहार देश और समाज के प्रति हमारे कर्तव्यों का स्मरण कराते हैं। इनके ...