मिलन करावै साँवरिया ते, बू मोहे हर्षाय। मिलन करावै साँवरिया ते, बू मोहे हर्षाय।
बच्चे देर से घर लौटें तो पहरेदार बन जाते हैं ये बूढ़े एक उम्र के बाद जाने क्यों सठक जात बच्चे देर से घर लौटें तो पहरेदार बन जाते हैं ये बूढ़े एक उम्र के बाद जाने क्यो...