उमड़ घुमड़ कर आते बादल सबका दिल दहलाते बादल उमड़ घुमड़ कर आते बादल सबका दिल दहलाते बादल
और बिना कोई बोझ लिए साँसों पर चैन से जीते हैं। और बिना कोई बोझ लिए साँसों पर चैन से जीते हैं।
छोटू हूँ न इसीलिऐ तो छोटू हूँ न इसीलिऐ तो