जीवन की इस चलती चक्री में, ना जाने कितने रिश्तों को, पीसकर उन्हें भुलाना पड़ता है।। जीवन की इस चलती चक्री में, ना जाने कितने रिश्तों को, पीसकर उन्हें भुलाना प...