मानव मस्तिष्क एक आधुनिक कंप्यूटर से भी सुपर है होता! मानव मस्तिष्क एक आधुनिक कंप्यूटर से भी सुपर है होता!
बात गर उजाले की तीरगी में होती है चाह फिर भी सबकी रौशनी में होती है। बात गर उजाले की तीरगी में होती है चाह फिर भी सबकी रौशनी में होती है।