होम
कहानी
कविता
कोट
ऑडियो
प्रतियोगिताएं
पुरस्कार
अकादमी
खरीदें
About
कम
ज्यादा
Terms & Condition
गोपनीयता नीति"
कविता
Library
Terms & Condition
गोपनीयता नीति"
साइनअप
लॉग इन
फीड
लाइब्रेरी
लिखें
सूचना
प्रोफाइल
धरती
इंसान
हवा
सूरज
पानी
आदत
शर्म
संक्रमित
Hindi
क्रोना
Poems
akshaya dash
2 Followers
Tragedy
सफेद आंचल
धरती बोली, क्या कहूं, इंसान की बात मुझे शर्म आई
धरती बोली, क्या कहूं, इंसान की बात मुझे शर्म आई
1 min पढ़ें
Tragedy
00:00
00:00
Download StoryMirror App