कुछ अस्पष्ट सी रेखाएँ कौंधा करती हैं अक्सर… कड़कती बिजली की तरह, मेरे दिमाग़ के कैनवस पर कुछ अस्पष्ट सी रेखाएँ कौंधा करती हैं अक्सर… कड़कती बिजली की तरह, मेरे दि...