मुझमें मनन शक्ति है, चिंतन शक्ति है, जो मुझे पशु से स्वतंत्र अस्तित्व देती है मुझमें मनन शक्ति है, चिंतन शक्ति है, जो मुझे पशु से स्वतंत्र अस्तित्व देत...
मैं क्या करूं इन आखों का जो तेरे अलावा किसी को देखना भी नहीं चाहतीं मैं क्या करूं इन आखों का जो तेरे अलावा किसी को देखना भी नहीं चाहतीं