'क्या ज़रूरत है इन्हें की शौक पाले और जियें इत्र ओढ़े, ख़्वाब देखें, मुस्कुराए, मय पियें, जो भी ये करती... 'क्या ज़रूरत है इन्हें की शौक पाले और जियें इत्र ओढ़े, ख़्वाब देखें, मुस्कुराए, मय ...