नील गगन तले विचरण को, तब स्वतंत्र कर देते हैं। नील गगन तले विचरण को, तब स्वतंत्र कर देते हैं।
मां के ऋण से कोई कभी न उऋण हो सकता, चाहे कोई जीत ले सारा का सारा ही संसार। मां के ऋण से कोई कभी न उऋण हो सकता, चाहे कोई जीत ले सारा का सारा ही संसार।