इन्क़िलाब की नयी दास्तान लिखूं या ज़िन्दगी की नयी शाम लिखूं सुबहे नौ की उम्मीद लिखूं या शाम के पु... इन्क़िलाब की नयी दास्तान लिखूं या ज़िन्दगी की नयी शाम लिखूं सुबहे नौ की उम्मीद...