चले आओ शाम या सवेरा। हो सूरज प्रकाश या अँधेरा। चले आओ शाम या सवेरा। हो सूरज प्रकाश या अँधेरा।
ओढ़ जामा इश्क़ का झूमूँ सदा बनके अमृत प्रीत सी झरती रहूँ। ओढ़ जामा इश्क़ का झूमूँ सदा बनके अमृत प्रीत सी झरती रहूँ।