बेहिसाब हसरतों को यूं ही अश्कों से धुले जा रहे हैं। बेहिसाब हसरतों को यूं ही अश्कों से धुले जा रहे हैं।
माँ बाप कभी जब छूट गए तो सर पर उनका ही तो हाथ है माँ बाप कभी जब छूट गए तो सर पर उनका ही तो हाथ है