वीर जवान
वीर जवान

1 min

79
वो आतिश में तू जले
वो आतिश ही भभक उठे
वो गर्व की दहाड़ है
वो लड़ने को तैयार है
जब मातृ भूमि पे प्रहार है
वो जंग की ललकार है
फिर जीत का इंतजार है
जब दुश्मनों की हार है।
वो शन की पुकार है
वो जीत का इजहार है
जब दुश्मनों की हार है।
वो देश के लिए प्यार है
वो मर मिटने को तैयार है
वो जुनून का इख्तियार है
वो फख्र रूह में सवार है
वो जीत का इजहार है
जब दुश्मनों की हार है।
वो हर सुख भूल आया है
वो अपनों को छोड़ आया है
वो हर कठिन इम्तेहान पार कर आया है
वो भारत मां की रक्षा करने की प्रतिज्ञा से आया है
वो जीता का इजहार हैजब दुश्मनों की हार है ।
वो रण भूमि में हाज़िर है
वो शौर्य गर्व का साहिल है
उसकी तो बस यही चाहत है
तिरंगा हो मेरा कफ़न
बस यही सब वीरो की इबादत है।