तुम्हारा रूठना
तुम्हारा रूठना
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बात बात में तुम
मुझसे रूठ जाती हो
क्या इसी तरह
प्यार को बढ़ाती हो
शायद समझती हो
इससे प्यार बढ़ता है
इसलिए लगता है
रूठना तुम्हारी
और मनाना मेरी
आदत बन गई है
तुम यूँ ही रूठती रहो
में मनाता रहूँ
रूठ के मन के
मुझे सताती रहो
रूठने मनाने का
लुत्फ उठाती रहो
प्यार को यूँ ही
बढ़ाती रहो
मजा जीने का
रूठने मनाने का
यूँ ही उठाती रहो।