अब भी जनक सुता अयोध्या मे तनिक सुख ना पाती है, कौशल्या की सुत सुख की मृगतृष्णा अधूरी । अब भी जनक सुता अयोध्या मे तनिक सुख ना पाती है, कौशल्या की सुत सुख की मृगतृष्...