श्री शुकदेव जी कहते हैं, परीक्षित पूरी शक्ति से प्रहार करने लगे ! श्री शुकदेव जी कहते हैं, परीक्षित पूरी शक्ति से प्रहार करने लगे !
उसका सिर भी अलग कर दिया धड़ से भगवान् हरि ने। उसका सिर भी अलग कर दिया धड़ से भगवान् हरि ने।