रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
सावन की पूर्णिमा को
मनाया जाता यह त्योहार,
रक्षाबंधन यह त्योहार
भाई-बहन का अटूट प्यार,
बहन बांधती भाई को रक्षासूत्र,
भाई बहन की रक्षा को रहता तैयार,
पुराणों में मिलती इसकी कहानी,
भाई ने बहन की रक्षा की कहानी,
इतिहास गवाह है रक्षाबंधन की कहानी,
मेवाड़ की राणी कर्णावती की कहानी,
बहादुर शाह ने की चढ़ाई मेवाड़ पर
तब राणी ने पहुँचाई हुमायूँ को राखी,
भाई आज बन जाओ बहन के मददगार,
राणी खुद तो थी बड़ी बलशाली
खुद कर्णावती ने तलवार उठाली,
नहीं कर सका हुमायूँ बहन की रखवाली,
तब वहां हारी थी राणी कर्णावती
प्राचीन है परंपरा यह सिखलाती,
रीत-प्रीत और प्यार है सबमें बढ़ाती,
आता जब-जब भी यह त्योहार,
तब हर घर में छा जाती है खुशियाँ हजार,
रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक बताया हर-बार।