प्यार....
प्यार....
औरत जब किसी मर्द से प्यार करती हैं तो...
निभाती हैं कितने सारे रिश्ते...
ढूंढती है वो उस एक मर्द में
उसके लिए कितने सारे रिश्ते...
जो हो... उसका बचपना,
नादानियाँ, कुछ शरारतें,
रंगीन और कुछ ऊट-पटांग सी बातें
सुनने वाला एक साथी...
पर अफ़सोस कितने कम मर्द हैं...
जो ये सब समझते हैं की सच में
एक औरत जब प्यार करती हैं किसी
मर्द से... तो वो क्या चाहती हैं...
उसमें क्या ढूंढती हैं...
सिवाय उसके शरीर के उसके पास और भी
बहुत कुछ होता हैं देने के लिए...प्यार में...
कभी कोई मर्द उसके अलावा अगर कुछ सोचे
तो इस जहाँ में प्यार से अधिक सुंदर
और कुछ नहीं हैं और ना ही होगा...
एक औरत का प्यार सबसे सुंदर हैं इस जहाँ में...
ये कभी तो कोई मर्द समझे ऐसा हर औरत को लगता हैं...
तभी तो वो हर बार ये सोचती हैं... कोई एक तो ऐसा होगा...
जैसा उसने सोचा हैं...
कई पुरुष ऐसे भी रहे होंगे
प्यार में... जो औरत के शरीर के उतार-चढ़ाव से भी ज्यादा...
उसके मन के उतार-चढ़ाव से ज्यादा वाकिफ हो...प्यार में...
