Ravi Rana RK
Others
रहकर साथ उजालों के मुझको
अंधेरा मिटाना ही नहीं आया ,
मन जीत सका नहीं मैं किसी का
मैंने खुद को खुद की ममता से बहलाया।
लाखों की भीड़ में मैंने खुद को अकेला पाया
खो कर अपने आप को,
मैं तेरा शहर छोड़ आया
तेरा शहर छोड़ आया।
बूढ़ा किसान
बेटियां
पुरानी याद
उदासी