परियों की दुनिया।
परियों की दुनिया।
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दोस्तों कल रात को जब मैं सो गया था,
तो मैं जब कल रात सपने में खोया था।
बहुत दूर बादलों की दुनिया में गया था,
वहाँ पर परियों की दुनिया में पहुँचा था।
गज़ब का निराला परियों का जहान था,
कई परियों का वहाँ पर नृत्य हो रहा था।
सोनपरी जैसी परियों का सुंदर जहाँ था,
जादू की छड़ी से सैकेंड में सब हुआ था।
तब सोनपरी माँ ने सिरपर हाथ रखा था,
उठा तो माँ सिर के बाल सहला रही थी।