नेताजी सुभाष चन्द्र बोस
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस
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नहीं डरेंगे नहीं सहेंगे, नेताजी का नारा था,
देश का रक्षक और साहसी , ऐसा नेता हमारा था।
थी शेर सी दहाड़, चाहे आगे हो पहाड़
सबसे आगे जाना है, फर्ज अपना निभाना है।
नेताजी ने हिटलर के संग, जर्मन में फौज बनाई थी,
खून के बदले आजादी लेनी,बात यही समझायी थी।
ये जयहिंद का नारा हमें लगता है प्यारा ।
इस जयहिंद के नारे से आसमान गुंजाना है।
कहां से आये कहां गए वो, ये तो अभी कहानी है,
हमने तो उस वीर की गाथा, आजाद फौज से जानी है।
वो वीर थे बड़े सबसे आगे थे खड़े,
सब उनके पीछे थे पर हौसले ऊंचे थे।
खुशी मनाओ मंगल गाओ , राष्ट्र पर्व ये आया है,
आजादी लेने की खातिर, वीरों ने खून बहाया है।
ये केसरिया बाना, है वीरों का बाना ,
झण्डे में समाता है,याद उनकी दिलाता है।