"ना हो निराश"
"ना हो निराश"
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ना हो निराश,कर फिर प्रयास,
तेरे लिए है संपूर्ण आकाश,
अपनी काबिलियत का कर तू एहसास,
उठ चल और हो जा तैयार,
कुछ कर ऐसा तू बन जाए सबसे खास,
तेरे ही कारण हो धरती का विकास,
बुराई,आलस, झूठ का कर विनाश,
हर सफलता की चाबी है तेरे पास,
कर जा कुछ ऐसा दोस्त !
आए हर दिल को रास,
और भारत माता के सुर्ख पन्नों पर,
लिख जाए वो इतिहास।