मेरी सखी
मेरी सखी
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सुनो मेरी प्यारी सखी,
मेरी राह का हिस्सा तुम बनीं
तुमने ही मुझे आगे बढ़ाया,
हर मुशकिल घड़ी में मेरा साथ निभाया।
एक साथ हमने हर उलझन को सुलझाया,
आगे बढ़ने का इरादा बनाया।
मत भूल जाना तुम इन यादों को,
यह प्यारी - प्यारी बातों को।
कभी बिझड़ जाएँ तो मिलना मत भूलना ,
इस मज़ेदार ज़िन्दगी के झूले तुम झूलना।
