मेरा भारत महान

मेरा भारत महान

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में खुश हूँ की में आजाद हूँ ।

पर तुम मेरे ख्याल से नहीं हो।

क्योंकि तुम देश बेच रहे हो

हाँ । मैंने रस्तों पर देश को बिकते देखा है।

मेरे तिरंगे को खरीदते देखा है।

एक दिन का दिखावा तुम सब को करते देखा है।

एक दिन के लिए जय हिन्द बोलते देखा है।

एक दिन के लिए जन गण मन गाते देखा है।

एक दिन के लिए सिर्फ अपना स्टेस्ट्स चढ़ाते देखा है।

फिर दूसरे दिन का आलम कुछ यू होता है।

के मेने तिरंगे को रस्तो पे गिरा देखा है।

जिसको तुम माँ बोलते हो 

उसी जमीन पे किसी की माँ बेटी की इज़्ज़त को जाते देखा है।

राष्ट्रगान के वक्त भी तुमको मेने चलते देखा है।

तब ये भारत चीख चीख के कहता है।

क्या खूब देशभक्ति है, तुम्हारी?

बस एक दिन के लिए भारत को स्वंत्रत देखा है।


                         


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