Pragya Deole
Others
कैसे-कैसे लिबास देखें हैं
कैसे-कैसे नक़ाब
कोहरे में लिपटी आतिश देखी है
तो धुआँ-धुआँ होता शबाब_
रिफ़ाक़त नहीं कोई फिर भी
जलता है दिल किसी की खुशी से
जैसे जल रहा हो उसी का ख़्वाब
ज़िन्दगी पल की नहीं
हसरतें लाजवाब
लिबास
#सितारें ज़मी...