जय हो होली त्योहार की
जय हो होली त्योहार की
छोड़े कैसे आज, तुझे ओ मेरी प्यारी,
रंगायेंगे तुझको भर भर के पिचकारी
भीगायेंगे साड़ी और चोली तेरी,
कर ली हैं हमने,आज सब तैयारी
चलेगी ना अब कोई चाल तुम्हारी,
आयी झूम के होली अब की,
जय हो राधेश्याम की,
जय हो होली के त्योहार की
बापू से कह दो,
कह दो अब मैय्या से,
सखीयों से कह दो,
या कह दो अब भैय्या से
सूखा ना रहने देंगे,
प्यार से तुझको तो रंग देंगे
खाते हैं कसम,
घर तेरे आकर तुझको रंग देंगे
असर ना होगा अब
तुम्हारे बिनती की
जय हो राधेश्याम की,
जय हो होली के त्योहार की
उडायेंगे गुलाल और
रंगायेंगे तन को तेरी,
चाहे बीच में आ जाये
आज सहेली तेरी
उनको भी रंग देंगे
मेरे यारों की टोली,
जाने ना देंगे तुझको,
चाहे जंग हो जाय तेरी मेरी
हैं त्योहार यह प्यार की,
बातें ना करो तकरार की,
जय हो राधेश्याम की,
जय हो होली के त्योहार की
दिल से दिल मिल जाने दे,
एकदूजे के रंगों में रंग जा दे,
फागुन के इस नशे में खुद
और हमें भी झूम जाने दे,
कर ले तू भी अब थोड़ी सी तैयारी,
नहीं फरमान किसी सरकार की,
यह तो अरमान हैं आशिक के दिल की
बात नहीं चलेगी अब आपकी,
जय हो राधेश्याम की,
जय हो होली के त्योहार की।
