ना किसी की बात सुनते हो , ना कभी कहा मानते हो, पुरुष, तुम सचमुच कमाल करते हो! ना किसी की बात सुनते हो , ना कभी कहा मानते हो, पुरुष, तुम सचमुच कमाल करते ...
हाले-दिल समझने को फक़त नीयत होना काफी है! हाले-दिल समझने को फक़त नीयत होना काफी है!